Headline
सर्दियों में भूलकर भी बंद न करें फ्रिज, वरना हो सकता है भारी नुकसान, ऐसे करें इस्तेमाल
सर्दियों में भूलकर भी बंद न करें फ्रिज, वरना हो सकता है भारी नुकसान, ऐसे करें इस्तेमाल
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘रोजगार मेला’ के तहत 71,000 युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘रोजगार मेला’ के तहत 71,000 युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र
अभिनेत्री पद्मिनी कोल्हापुरे ने सीएम धामी से की मुलाकात 
अभिनेत्री पद्मिनी कोल्हापुरे ने सीएम धामी से की मुलाकात 
कुवैत ने पीएम मोदी को अपने सबसे बड़े सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ से किया सम्मानित 
कुवैत ने पीएम मोदी को अपने सबसे बड़े सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ से किया सम्मानित 
मुख्यमंत्री धामी ने 188.07 करोड़ की 74 योजनाओं का किया लोकर्पण और शिलान्यास
मुख्यमंत्री धामी ने 188.07 करोड़ की 74 योजनाओं का किया लोकर्पण और शिलान्यास
अब सब विपक्षी दल वापस एकजुट होने लगे
अब सब विपक्षी दल वापस एकजुट होने लगे
निकाय चुनाव- पर्यवेक्षकों की टीम आज पार्टी नेतृत्व को सौंपेंगे नामों के पैनल
निकाय चुनाव- पर्यवेक्षकों की टीम आज पार्टी नेतृत्व को सौंपेंगे नामों के पैनल
कॉकटेल के सीक्वल पर लगी मुहर, शाहिद कपूर के साथ कृति सेनन और रश्मिका मंदाना मचाएंगी धमाल
कॉकटेल के सीक्वल पर लगी मुहर, शाहिद कपूर के साथ कृति सेनन और रश्मिका मंदाना मचाएंगी धमाल
साल 2047 में भारत को विकसित बनाने में भारतीय कामगारों की रहेगी अहम भूमिका- प्रधानमंत्री मोदी 
साल 2047 में भारत को विकसित बनाने में भारतीय कामगारों की रहेगी अहम भूमिका- प्रधानमंत्री मोदी 

अफगानिस्तान में बाढ़ से मरने वालों की संख्या हुई 50

अफगानिस्तान में बाढ़ से मरने वालों की संख्या हुई 50

इस्लामाबाद। देश के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि अफगानिस्तान में पिछले चार दिनों में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में कम से कम 50 लोग मारे गए हैं। एजेंसी के प्रवक्ता जनान सयाक ने कहा कि बाढ़ की वजह से अन्य 36 लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों ने पहले देश भर में 33 मौतों की जानकारी दी थी।

प्रवक्ता ने कहा कि बाढ़ से कृषि भूमि और घरों के नष्ट होने समेत महत्वपूर्ण क्षति हुई है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अफगानिस्तान दशकों के संघर्ष, बाढ़ और भूकंप समेत एक के बाद एक प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव से जूझ रहा है। अक्टूबर में पश्चिमी प्रांत हेरात में आए भूकंप में कम से कम 1,500 लोगों की जान चली गई थी। नूरिस्तान प्रांत के एक पहाड़ी गांव में फरवरी में हिमस्खलन हुआ था, जिसमें कम से कम 21 लोग मारे गए थे। खासकर दूरदराज के इलाकों में मजबूत बुनियादी ढांचे की कमी अक्सर ऐसी आपदाओं के परिणामों को बढ़ा देती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top